कोरोना वायरस के कारण दो से तीन मिलियन अनचाहे गर्भ धारण हो सकते हैं कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा

कानपुर नगर       
कोरोना वायरस कोविड 19 ने समाज के कई वर्गों विशेषकर गरीब प्रवासी मजदूर एवं महिलाओं को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया है अधिकांश महिलाएं यातायात के साधनों की अनुपलब्धता एवं संसाधनों की कमी के कारण जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं भी नहीं ले पा रहे हैं ऐसे में कई महिलाएं परिवार नियोजन संबंधित कोई उपाय नहीं अपना रही है जिसके कारण वर्ष एक और अनचाहे गर्भधारण की संख्या बढ़ेगी और दूसरी और असुरक्षित गर्भपात की भी यह विचार बाल सेवी संस्था सुभाष चिल्ड्रन सोसायटी द्वारा एक कार्यशाला  कर लिया गया है ।
बाल सेवी संस्था सुभाष चिल्ड्रन सोसायटी द्वारा यूपीवीएचऐ एवं सांझा प्रयास के सहयोग से संचालित परियोजना के परियोजना निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया कि फाउंडेशन फॉर रिप्रोडक्टिव हेल्थ सर्विसेज (एफआरएचएस)का अनुमान है कि कोरोना वायरस के कारण लगभग दो से तीन मिलियन अनचाहे गर्भ धारण हो सकते हैं और साथ ही कोरोनावायरस 700000 असुरक्षित गर्भपात एवं गर्भावस्था से संबंधित मृत्यु में वृद्धि का कारण बन सकता है जिसकी वजह से मातृ मृत्यु के आंकड़े में काफी वृद्धि हो सकती है परियोजना अधिकारी सुषमा शुक्ला ने बताया कि इन सारी समस्याओं को देखते हुए भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किए गए दिशा-निर्देश में परिवार नियोजन और सुरक्षित गर्भ समापन को जरूरी सेवाओं में डाला गया है और इन सेवाओं को सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों को दी गई है यह एक बड़ी राहत की खबर उन सभी महिलाओं के लिए है जिन्हें इन सुविधाओं को लेने में परेशानी हो रही थी साथ ही उन्होंने बताया कि यह बहुत जरूरी है कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश का पालन हो और जिसके लिए हम सभी का एक साथ होकर और सरकार एवं स्वास्थ्य विभाग का सहयोग करना अत्यंत आवश्यक है सुभाष चिल्ड्रन सोसाइटी कानपुर जिले में यूपीवीएचऐ एवं सांझा प्रयास में यह प्रयास नेटवर्क के माध्यम से पिछले 2 सालों में महिलाओं के यौन एवं स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है इस महामारी के समय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देशों का पालन हेतु योगदान दे रही है बैठक में मुख्य रुप से रोटरी क्लब कानपुर त्रिमूर्ति के अध्यक्ष सतीश चंद्र गुप्ता सुभाष चिल्ड्रन सोसाइटी के अध्यक्ष व यूपीवी एच ऐ एवं सांझा प्रयास नेटवर्क के माध्यम से चल रहे परियोजना के परियोजना निदेशक कमल कांत तिवारी परियोजना अधिकारी सुषमा शुक्ला चाइल्ड लाइन के समन्वयक प्रतीक धवन  रेलवे चाइल्ड लाइन  के समन्वयक गौरव सचान चाइल्डलाइन की काउंसलर मंजुला तिवारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव रेलवे चाइल्ड लाइन की काउंसलर मंजू लता दुबे नारायण दत्त त्रिपाठी रीता सचान संगीता सचान प्रदीप पाठक उमाशंकर आदि लोग मौजूद रहे ।

Post a Comment

0 Comments