कानपुर
राजकीय बाल के मेरठ मैं पिछले 5 साल से रह रहे हैं 13बर्ष बालक महफूज जोकि लखनऊ की सड़कों में लावारिस हालत में घूमते हुए मिला था जिसे की फास्टर केयर के लिए राजकीय बाल के बालक मेरठ में उसके बेहतर भविष्य के लिए रखवा दिया गया लेकिन वर्तमान समय में कोविड-19 को देखते हुए सभी बच्चों के परिजनों की खोज प्रभावी ढंग से शुरू की गई और बाल कल्याण समिति ने मेरठ में उक्त बालक के संबंध में चाइल्डलाइन कानपुर को सूचना दी सूचना मिलते ही चाइल्ड लाइन कानपुर कार्यकर्ता श्री जयकुमार एवं दीक्षा तिवारी बच्चे के बताए पते पर घर विजिट करने भज्जी पुरवा कानपुर नगर गए
वहां लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि बच्चे के परिवार वाले यहां रहते थे फिर उसके बाद वह लोग गांव छोड़कर छबीले पुरवा कानपुर नगर चले गए
फिर चाइल्ड लाइन कार्यकर्ता छबीले पुरवा गए वहां जाकर पूछताछ की और बच्चे की फोटो दिखाएं तो वहां के लोगों ने पहचान लिया बच्चे के परिवार वाले किराए के मकान में मकान मालिक विनोद के घर रहते थे पड़ोसी ने बताया की जब वह वहां यहां रहने आए तो उसकी एक माह बाद परिवार वाले घर छोड़कर कहीं चले गए है
वहां के लोगों ने बताया कि उनकी मां 6 माह पहले आई थी बच्चे का पता करने लेकिन बच्चा नहीं मिला था
और पूछ कर चली गई थी वहां पर बच्चे के माता-पिता या रिश्तेदार वालों का नंबर या पता पूछा तो वहां के लोगों को कुछ नहीं मालूम था
चाइल्डलाइन कार्यकर्ता ने वहां के लोगों को चाइल्ड लाइन ऑफिस का पता व मोबाइल नंबर उसके साथ ही साथ 1098 की जानकारी दी और बताया कि अगर बच्चे के माता-पिता या रिश्तेदार का कुछ भी पता चलता है तो हमसे संपर्क करें वह हमको सारी जानकारी दें
चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमल कांत तिवारी ने बताया यह बच्चा जिसका नाम महफूज और पिता का नाम रहीम अहमद जोकि बढ़ई का काम करते हैं मां का नाम असी फुल निशा दो भाई शम्स और अमन और दो बहने शबाना और शबनम है यह बालक लखनऊ में लावारिस हालत में मिला था जिसके लखनऊ राजकीय बाल गृह में पहले रख पाया गया फिर भी उसे फास्टर केयर में राजकीय बाल के मेरठ मैं ट्रांसफर कर दिया गया उन्होंने लोगों से अपील की यदि इस बालक के किसी भी परिजन के बारे में किसी को कोई जानकारी हो तो चाइल्ड लाइन कानपुर 1098 डायल कर सूचना दे सकता है अथवा स्थानीय पुलिस को इसकी जानकारी दे सकता है
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