हजरत इमाम हुसैन की याद में किया लंगर


कानपुर-
14 सौ वर्ष पूर्व हुई इमाम हुसैन की शहादत को आज भी मुस्लिम समाज नहीं भुला सका है।हजरत इमाम हुसैन के अनुयाईयों ने कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लंगर व फातिहा ख्वानी का इंतजाम किया। सपा महिला सभा  प्रदेश सचिव उज़्मा सोलंकी ने मीरपुर कैंट के तलव्वा मैदान में गरीबों को लंगर तकसीम किया। उज़्मा सोलंकी ने हजरत इमाम हुसैन को याद करते हुए कहा।नबी के नवासे ने अपने 72 साथियों के साथ शहादत देकर दुनिया को यह पैगाम दिया है,कि जालिम चाहे कितना भी ताकतवर क्यों ना हो उसके सामने कभी झुकना नहीं चाहिए।चाहे उसके लिए हमें अपनी जान ही क्यों ना कुर्बान करनी पड़े।उन्होंने वहां मौजूद लोगों से जुल्म के आगे न झुकने का प्राण लिया।और कहा हमें भी इमाम हुसैन के बताए रास्ते पर ही चलना चाहिये।जीवन में कितनी भी मुश्किल हो हमें सच्चाई पर ही कायम रहना है। विदित हो कि जुल्म और बर्बरता के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने पर यजीद ने नबी के नवासे हजरत इमाम हुसैन को 72 साथियों के साथ कर्बला के मैदान में धोखे से शहीद कर दिया था।मुस्लिम समाज 9 मोहर्रम को इमाम हुसैन के नाम से गरीबों मजबूरों की मदद करता है।इसी के साथ फातिहा ख्वानी व लंगर आदि का इंतजाम करता है।उज़्मा सोलंकी के साथ इस नेक कार्य में हसन सोलंकी,शबाना परवीन, सनी, बिलाल आदि उपस्थित रहे।

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