शिवाले मंदिर का 11 दिवसीय 160वॉ श्री ब्रह्मोत्सव माघ मेला श्री गरुण ध्वजारोहण से शुरु ।

कानपुर
 उत्तर भारत के प्राचीन दक्षिण भारतीय प्रयाग नारायण मंदिर शिवाला का 160वॉ श्री ब्रह्मउत्सव स्थापना दिवस श्री गरुण ध्वजारोहण से शुरु हुआ। 11 दिवसीय श्री ब्रह्मउत्सव 17 फरवरी से 27 फरवरी तक रहेगा । आम जन मानस में यह माघी मेला के नाम से जाना जाता है । इस दिन मंदिर की स्थापना हुई थी। प्रातः काल मंदिर में स्थित यज्ञमंडल में विधिवत परम्परागत हवन पूजन सम्पन्न हुआ और कलश की स्थापना हुई जो कि अंतिम दिन 27 फरवरी को गंगा तट पर स्नान के बाद विसर्जित होगा। श्री गरुणध्वज की मंदिर की मंदिर की परिक्रमा और ध्वजारोहण के पहले मंदिर के प्रधान अर्चक, सेवादारो , और जो भक्त 11 दिन उत्सव में सहयोगिता रखेंगे उनको मंदिर के व्यास द्वारा रक्षासूत्र कलाई में बांधे गये। मंदिर के मुख्य भाग पर स्थापित श्री गरुण स्तम्भ में भगवान श्री रंगनाथ के सम्मुख श्री गरुण ध्वजारोहण किया गया जो कि अंतिम दिन 27 फरवरी को मध्य रात्रि उतारा जायेगा। और उत्सव का समापन होगा। इसी तरह 17 से 27 फरवरी तक प्रातः काल एवं सायंकाल विभिन्न प्रकार के सिंहासनों पर भगवान मंदिर के परिक्रमा कर जनकपुर प्रांगण जायेंगे। अंतिम दिन 27 फरवरी प्रातः 10:30 बजे भगवान श्री रंगनाथ यज्ञान्त गंगा स्नान हेतु भक्तो एवं शोभायात्रा के साथ जाते है और वापसी 3 बजे होगी है। प्रमुख रूप से विनोद कुमार दीक्षित , अमित दुबे , अभिनव नारायण तिवारी विजय नारायण तिवारी ' मुकुल ' , राघव तिवारी , प्रदीप मिश्रा , रमेश शुक्ला , प्रदीप चौरसिया , दिनेश शुक्ला , राजेश मिश्रा , मिंकू पांडेय , सुबोध तिवारी आदि लोग मौजूद रहे। श्री ब्रह्मउत्सव ' मुकुल ' विजय नारायण तिवारी एवं अभिनव नारायण तिवारी के दिशा निर्देश में चल रहा है।

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