आने वाली पीढ़ी को संस्कारवान व चरित्रवान बनाने का लक्ष्य।

कानपुर।
 भारत उत्थान न्यास, कानपुर की राष्ट्रीय संगोष्ठी 'पंचकोश के परिपेक्ष्य में' "चरित्र निर्माण एवम् व्यक्तित्व विकास" का शुभांरभ जैसलमेर से उपस्थित माधव तिवारी की सरस्वती वंदना के साथ व राष्ट्रीय संरक्षक डॉ. उमेश पालीवाल की विशेष उपस्थिति में किया गया। विशिष्ठ वक्ताओं में डॉ० निरूपमा त्रिपाठी, कानपुर, श्री दिव्य नितई दास, कानपुर, डॉ० दीपा अग्रवाल, मथुरा, डॉ० अंजलि अस्थाना, लखनऊ, डॉ० अपूर्वा वशिष्ठ, नई दिल्ली, डॉ० सुधा गुप्ता, कानपुर ने अपने सारगर्भित व्याख्यान से पंचकोश को विस्तार पूर्वक उपस्थित श्रोताओं के सम्मुख रखा जिससे सभी लाभांवित हुए। न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा संगोष्ठी के संयोजक, सुजीत कुंतल ने बताया कि न्यास पंचकोश पर विगत कई वर्षों से कार्य कर रहा है जिसकी आज प्रथम राष्ट्रीय ई- संगोष्ठी का आयोजन विद्वानों के साथ मिलकर किया गया इस विषय के माध्यम से आने वाली भावी पीढ़ी को संस्कारवान व चरित्रवान बनाने का लक्ष्य है। संगोष्ठी में स्वागत भाषण पूजा श्रीवास्तव, कानपुर ने दिया तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता, डॉ० नवीन मोहिनी निगम ने कृतज्ञता ज्ञापन न्यास के राष्ट्रीय सचिव, कृष्ण कुमार जिंदल ने प्रस्तुत किया अन्य में डॉ० गोविंद शंकर निगम, कानपुर, डॉ० रोचना विश्नोई, कानपुर, डॉ० चित्रा सिंह तोमर, कानपुर, भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय महामंत्री, मुकेश सिंह, ऋचा अग्रवाल, इंदौर, सरिता पाण्डेय, धनबाद, गौरव प्रताप सिंह चौहान, नोएडा, सुधांशु शेखर झा, सीतामढ़ी (बिहार) गजानन पाण्डेय, हैदराबाद, डॉ मृदुला रस्तोगी, कानपुर आदि उपस्थित रहे। कुल सहभागिता 48 रही।

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