कानपुर
खुद थाने पहुंचकर लिखित में बयान देकर कहा " बहकावे में आकर की थी इच्छा मृत्यु की मांग"
"दबाव डालकर बेटे-दामाद पर लगे मुकदमे हटवाने का था प्रयास..!
बाबूपुरवा थाना क्षेत्र के ढकनापुरवा निवासी उमर अली नाम के व्यक्ति ने गुरुवार की दोपहर व्हाट्सएप ग्रुपों में एक बयान चलाया कि उसके एक जमीन के विवाद के चलते, उसके पुत्र एवं दामाद पर विपक्षियों ने मुकदमा लगवा दिया है। उमर अली नाम के इस शख्स ने मुकदमे को फर्जी बताकर जहां इस में चल रही पुलिस जांच पर अप्रत्यक्ष रूप से उंगली उठाई, वहीं शहर के एक वरिष्ठ पत्रकार पर भी मुकदमे के नाम पर पैसे मांगने का फर्जी आरोप जड़ दिया। सोशल मीडिया पर इस प्रकार का फर्जीवाड़ा करने वाले के उमर अली नाम के इस शख्स ने लिखा था कि उत्पीड़न से परेशान होकर बाकायदा राष्ट्रपति और अधिकारियों को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की आज्ञा देने की मांग की है। लेकिन चंद घंटे बाद ही उमर अली पलट गया। शाम को उसने थाना बाबूपुरवा पहुंचकर लिखित में पुलिस को यह बयान दिया की लोगों के बहकावे में आकर भूलवश उसने ऐसा किया। बहकावे में ही आकर इच्छा मृत्यु की मांग कर डाली और वसूली के प्रयास जैसे आरोप लगाए, जो सही नहीं हैं। उसे किसी से कोई तकलीफ नहीं है और पुलिस की जांच पर ही पूरा भरोसा है। सीओ बाबूपुरवा आलोक कुमार ने उमर अली द्वारा ये पत्र पुलिस को सौंपे जाने की पुष्टि कर दी है। सीओ के अनुसार उम्र अली ने लिखित बयान देकर स्वीकारा है कि बहकावे में आकर ये सब किया था।
सूत्रों के अनुसार उमर अली अपने वसूली के आरोपों के पक्ष में एक भी सबूत नहीं पेश कर पाया। अराजक तत्वों ने उससे कहा था कि इच्छा मृत्यु की मांग करने पर पुलिस घबरा कर उसपर से मुकदमे हटा लेगी। पुलिस ने उसको दोबारा इस तरह का फर्जीवाड़ा करके पुलिस का समय बर्बाद नहीं करने, पत्रकारों के छवि धूमिल करने के कुत्सित प्रयास नहीं करने की सख्त चेतावनी दी है। वहीं उसको बहकाकर इच्छा मृत्यू की मांग कराने और सोशल मीडिया पर झूठी खबर चलवाने वाले अराजक तत्वों के नाम पता किये जा रहे हैं। वहीं इलाकाई लोगों ने बताया कि इसी प्रकार के फर्जीवाड़े करने के लिए कुख्यात है उमर अली नाम का भूमाफिया।
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