आग तो आग है दोस्त या दुश्मन फैसला हमे करना है

कानपुर
जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण एवं सेंट्रल इंस्टीटूट आफ फायर सेफ्टी मैनेजमेंट के संयुक्त तत्वाधन में एम के यू लिमिटेड में फायर सेफ्टी मॉक ड्रिल की गई ड्रिल में एमकेयू की फायर सेफ्टी रेस्कू प्राथमिक उपचार साइड सेफ्टी व आपदा प्रबंधन टीम ने प्रतिभाग किया ड्रिल आपदा प्रबंधन के मुख्य प्रशिक्षक लखन शुक्ला के नेतृत्व में की गई ड्रिल का शुभारम्भ राजीव सेठ डारेक्टर एमकेयू ने किया राजीव सेठ  ने बताया आग से होने वाला नुकसान राष्ट्रीय क्षति है इसलिए सबको मिलकर इस रोकने का प्रयास करना चाहिए। लखन शुक्ल ने बताया किसी घटना के तीन कारण लापरवाही अज्ञानता जल्दबाजी है। शुक्ल ने बताया आग ऑक्सीजन ईंधन तथा उचित ताप के मिलने पर ही लगती है। इन तीन तत्व में किसी एक को कम या हटा दे तो आग पर काबू पाया जा सकता है साफ सफाई का सुरक्षा से गहरा  सम्बन्ध है जितनी बेहतर सफाई होगी हम उतना सुरक्षित होंगे आग को बुझाने की दृस्टि से 5 भागो में बाटा गया है ए- लकड़ी कोयला कागज यानि ठोस  पदार्थो की आग बी- तरल पदार्थो की आग सी -गैस की आग डी-,धातुओ की आग ई-  बिजली की आग भूकम्प के बारे में बताते हुए शुक्ल ने बताया कि सुरक्षा उपकरणों का समय समय पर उपयोग मॉक ड्रिल के माध्यम से करते रहना चाहिए। जिससे उपकरणों की क्रियाशीलता पता चलती है और विषम परिस्थिति में उसका बेहतर उपयोग सम्भव होता है ड्रिल में फायर हाइडेंट एफएमबी फायर एक्स्टिंगुसर द्वारा आग बुझाने का डैमो किया गया अंत में डारेक्टर सुमित खंडेलवाल ने बताया कि आग तो आग है दोस्त या दुश्मन फैसला हमे करना है। इस अवसर पर  सुमित खंडेलवाल डारेक्टर राजीव सेठ डारेक्टर  दीपक श्रीवास्तव आदि ने अपने विचार  व्यक्त किये।

Post a Comment

0 Comments