खानकाहे हुसैनी में ज़िक्र ए शहीदाने कर्बला।


कानपुर 
23 अगस्त मोहर्रम की 03 तारीख को खानकाहे हुसैनी में दूसरा ज़िक्र ए शहीदाने कर्बला, नात मनकबत व दुआ का प्रोग्राम हुआ।
सुबह 11 बजे खानकाहे हुसैनी हज़रत ख्वाजा सैय्यद दाता हसन सालार शाह (रह०अलै०) की दरगाह पर ज़िक्र ए शोहदा ए कर्बला में खानकाहे तौसवी के नायब साहिबे सज्जादा सूफी मोईनुद्दीन चिश्ती ने पैगम्बर ए इस्लाम मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहवस्सलम इमाम हुसैन की मोहब्बत का खुबसूरत बयां किया ज़िक्र के बाद नात व मनकबत हुई जिसमें यह बात किस कदर हसीन जो कह गये मोईनुद्दीन दीन की पनाह हुसैन है मेरा बादशाह हुसैन है। हक हुसैन मौला हुसैन के नारे बुलंद हुए खानकाहे हुसैनी के साहिबे सज्जादा इखलाक अहमद डेविड ने दुआ की ऐ अल्लाह इमामे हुसैन व कर्बला के 72 शहीदों के सदके हमारे मुल्क से कोरोना वायरस का खात्मा कर , मुल्क में अमनों अमान कायम रहे, दहशतगर्द का खात्मा करने, बुराइयों से बचाने की दुआ की।

ज़िक्र शोहदा ए कर्बला में इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, सूफी मोईनुद्दीन चिश्ती, अबरार वारसी, शाहिद चिश्ती, अमान चिश्ती, हाजी मोहम्मद शाबान, अफताब आलम, मोहम्मद हफीज़, परवेज़ वारसी, मोहम्मद दानिश चिश्ती, चाँद हुसैन, गुफरान खान, मुख्तार हुसैन, मोहम्मद मोहसिन, एजाज़ रशीद, मोहम्मद जावेद, शहनवाज़ अज़हरी, हामिद चिशती, अफज़ाल अहमद, मोहम्मद तौफीक आदि लोग मौजूद थे।

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