कानपुर
ट्रेड यूनियन कोआर्डिनेशन सेंटर टीयूसीसी के द्वारा एक माह व्यापी विरोध की शुरूआत क्रांति दिवस के रूप में मनाएगा जिसकी जानकारी सियाराम राष्ट्रीय संगठन मंत्री, राष्ट्रीय प्रगतिशील प्रतिरक्षा कर्मचारी महासंघ एन पी डी ई एफ ने प्रेस को दी। उन्होने कहां कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी टीयूसीसी भारत सरकार की निम्न श्रमिक विरोधी नीतियों का विरोध करता है तथा उन्हें तुरंत वापस लेने की मांग करता है। रक्षा मंत्रालय की आयुध निर्माणियों का निगमीकरण। रेलवे व उसकी संबंधित इकाइयों का निजीकरण । पूंजीपतियों के हित में कोयला खदानों का वाणिज्यीकरण। लाभ कमा रही सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश व विक्रय के अलावा हमारी अन्य मांगे हैं कि :- प्रवासी मजदूर, मजदूर बीड़ी मजदूर, असंगठित मजदूर,रेहडी़ वाले तथा स्व नियोजित मजदूरों को आर्थिक मदद। पर्यावरण आकलन कानून -2020 पर तत्काल रोक लगाने, को लेकर कानपुर महानगर से प्रधानमंत्री को संबोधित पोस्टकार्ड भेजने के लिए काली घटिया परमट कानपुर में टीयूसीसी टीम लीडर पुष्पा पासवान और राकेश कुमार संगठन मंत्री द्रविड़ डिफेंस वर्कर्स यूनियन के नेतृत्व में कैम्प लगाया गया। वहाँ पर प्रधानमंत्री की मजदूर विरोधी नीतियों को वापस लिए जाने के संबंधी पोस्टकार्ड अभियान का लोगों ने खुलकर समर्थन किया वहां पर रेहडी़ मजदूर, घरेलू कामगार महिलाएं भवन निर्माण मजदूर, रामकुमार त्रिपाठी, संतोष कुमार रेखा, रोली ,सुमन भारती ,बबीता, सुनील कुमार, आकाश, संजय भारती ,जितेंद्र सिंह, ललिता, सागर त्रिपाठी, रामू, रूपा, अनिल, नीलम, नीतू मिश्रा, कौशल्या देवी माया, रन्नो, रिचा गुप्ता आदि मौजूद थी। वहां पर 500 लोगों ने प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड भेजें।
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