कानपुर
आज लगभग 01 माह से अपने परिजनों से दूर रह रही बालिका बीना कुमारी उर्फ बिट्टू कुमारी उम्र लगभग 13 वर्ष को चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा अपने अथक प्रयासों से परिजनों की खोज कर परिजनों के सुपुर्द किया गया। 13 वर्षीय बालिका बीना कुमारी को देख उनके परिजनों के आंसू थमने का नाम ही नही ले रहे थे। कहते है कोशिश करने वालों की हार नहीं होती और यही कुछ चाइल्डलाइन कानपुर के प्रयास ने कर दिखाया और बालिका के परिजन का पता ढूढ़ने के प्रयास को आज जाकर सफलता मिली।
बीना कुमारी उर्फ बिट्टू कुमारी उम्र लगभग 13 वर्ष पुत्री धूरी प्रसाद निवासी ग्रा0 चकजोहरा पोस्ट सोनमई पटना बिहार की है और चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक श्री कमलकान्त तिवारी को यू -ट्यूब पर वीडियों देखकर पनकी क्षेत्र में बालिका का होना ज्ञात हुआ जिस पर चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा त्वरित रूप से थाना पनकी से सम्पर्क कर बालिका कांे अपनी सुपुर्दगी में लिया जिसके पश्चात चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा बालिका को बाल कल्याण समिति कानपुर नगर के समक्ष प्रस्तुत कर राजकीय बाल गृह (बालिका) स्वरूप नगर कानपुर में आश्रय दिलाया। जिसके पश्चात चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा बालिका के परिजनों से सम्पर्क करने के अथक प्रयास किए गए और अंततः सफलता मिली और बालिका के परिजनों की खोज सम्भव हो सकी।
चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमलकान्त तिवारी ने बताया कि बालिका को देखकर परिजनों के ख्ुाशी के आंसू टपक पडे और परिजनों की खुशी का ठिकाना न रहा ।
साथ ही उन्होने बालिका के परिजनों के मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा पिछले 13 वर्षाें से बिछड़े दर्जनों बच्चों को उनके परिजनों से मिलाया गया है। साथ ही उन्होने बताया कि चाइल्डलाइन कानपुर आगे भी इस तरह से बिछुडे बच्चों के लिए प्रयासरत रहेगी ।
साथ ही उन्होने बताया कि माता पिता की लापरवाही या परिजनों की डांट से क्षुब्ध होकर अक्सर बच्चे अपने परिजनों से बिछुड जाते है और रास्ता भटकने के कारण उन्हे परिजनों होते हुए लम्बे समय तक परिजनों से दूर रहना पडता है।
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