शौर्य के प्रतीक थे भगवान परशुराम।

कानपुर
अखिल भारतीय कान्यकुब्ज ब्राह्मणःमहासभा कानपुर द्वारा आज वैशाख शुक्ल तृतीया १४ मई २०२१ को भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव " अक्षय तृतीया " के अवसर पर भगवान श्री परशुराम जी की कथा का विशेष आयोजन किया गया जिसमें कथावाचक पं०दीपक कृष्ण जी महाराज ( वृंदावन ) ने कोविड-१९ के भीषण प्रकोप के कारण इस कार्यक्रम को ऑन लाइन सांयकाल ५ बजे से ६ बजे तक किया गया इसमें महाराज जी ने भगवान परशुराम जी के चरित्र का वर्णन करते हुए बताया कि।भगवान परशुराम का जीवन चरित्र आदर्श योद्धा ,मातृ पितृ भक्त ,शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता ,निर्बल असहाय के प्रति समर्पित ,सर्वजन कल्याण की भावना , शौर्य व पराक्रम उनके जीवन के मुख्य उद्देश्य थे इस अवसर पर महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष पं०शिवसहाय मिश्रा, राष्ट्रीय महामंत्री पं महेश मिश्र पं० अनुराग दीक्षित,पं०शानू शुक्ला,पं०संतोष जी उपस्थित रहे।

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