कानपुर।
उत्तर प्रेदश के बलिया जिलें में प्रशाशन की लापरवाही के चलते यूपी बोर्ड की चल रही परीक्षा का पेपर लीक हो होने के मामले में बलिया प्रशासन ने पत्रकारों पर अपनी नाकामी का ठीकरा फोड़ पत्रकार पर ही पेपर लीक करने का आरोपी बनाया डाला, जिसके बाद प्रदेश भर के पत्रकारों में प्रशासन के प्रति भारी रोष है जिसके चलते आज पत्रकारो पर किये गए फर्जी मुक़दमे पर कानपुर प्रेस क्लब के नेतृत्व में पत्रकारों ने विरोध प्रदर्शन कर धरना किया।
बड़े चौराहे पर हुए इस प्रदर्शन की शुरुआत कानपुर प्रेस क्लब से पैदल मार्च से हुई। विरोध रैली में पत्रकारों ने बलिया जिलाधिकारी और एसएसपी के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कानपुर प्रेस क्लब अध्यक्ष अवनीश दीक्षित ने बताया की पत्रकारो के हित को ध्यान में रखते हुए इस घटना की नींदा की जा रही है साथ ही सरकार से यह मांग की गई है कि निर्दोष पत्रकारो को जेल से रिहा किया जाए। साथ ही दोषी अधिकारियों को तत्काल निलंबित किया जाए साथ ही पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए।
इतना ही नही कानपुर पुलिस कमिश्नरेट में भी द्वेषपूर्ण तरीक़े से लगभग 1 दर्जन से अधिक फर्जी मामले पत्रकारो पर दर्ज किए गए हैं जिन्हें तत्काल प्रभाव से खत्म किया जाए ।
मामले पर फ़िलहाल ज़िम्मेदार अधिकारियों द्वारा ज्ञापन लेकर जांच की बात पर पत्रकारों द्वारा धरना स्थगित कर दिया गया है, मामले पर जल्द लापरवाही को न सुलझाने पर पत्रकारों ने प्रशासन को चेताया कि वो जल्द कमिश्नर कार्यालय का घेराव करेंगे, यदि बात यहाँ भी न मानी गयी तो पत्रकार विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आवास का घेराव करेंगे ।
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