कानपुर।
जरौली स्थित मां पद्मा पैलेस में श्रीमद्भागवत कथा के द्वितीय दिवस में कथा व्यास परम पूज्या साध्वी भक्तिमयी के मुखारबिंद से कर्दम ऋषि के जीवन प्रसङ्ग में उनके विवाह सहित समस्त सन्तानो सहित कपिल के सांख्य योग ,ध्रुव चरित्र एवं जड़ भरत जी की कथा के साथ मे माँ जगदम्बा का प्राकट्य एवं जड़ भरत के द्वारा राजा रहूगण को ज्ञानोपदेश का वर्णन किया।
साथ ही प्रवचन प्रवक्ता डॉ सन्तरामानन्दाचार्य ने ज्ञान की विशेष परिभाषा करते हुए सांख्य योग के 25 तत्वो (5 ज्ञानेन्द्रियों,5 कर्मेन्द्रियों,पुरुष प्रकृति-मन बुद्धि चित्त अहंकार, पंचतन्मात्रा,पंचमहाभूत ) की शरीर मे उपयोगिता का वर्णन करते हुए जीवन मे ज्ञान तत्व की उपलब्धि के द्वारा भौतिक सुख एवं आध्यात्मिक सुख मोक्ष आदि की प्राप्ति का वर्णन किया।
0 Comments
Thank you for your valuable comment